Tuesday, May 5, 2020

चिरायता (BENEFITS OF CHIRATA)


BENEFITS OF CHIRATA

चिरायता

चिरायता को किरायता के नाम से भी जाना जाता है
इसका लैटिन नाम स्वेरतीआ चिरायता
यह नेपाल के जंगलों में आमतौर पर हर जगह पाया जाता है इसका स्वाद कड़वा होता है इसकी तासीर गर्म होती है संक्रमण युक्त बुखार से प्रभावित होगी जैसे मलेरिया टाइफाइड डेंगू चमकी बुखार चिकनगुनिया बुखार जब रोगी इसका इस्तेमाल करते हैं तो इसका बुखार ठीक हो जाता है और इसका सभी प्रकार की बुखार में इस्तेमाल किया जाता है और पूरा लाभ मिलता है

दाह जलन

दाह जलन में परेशान रोगी को लक्ष्मण के रूप में हाथ पैरों में जलन होती है और वे इसका इस्तेमाल करते हैं तो यह जलन ठीक हो जाता है और व्यक्ति आराम महसूस होता है

पसीना ज्यादा आना

पसीना ज्यादा आना , शारीर में ज्यादा बदबू आने से रोगी के शरीर से ज्यादा पसीना आता है कोई भी वस्तु छूने पर गीला हो जाता है ऐसे रोगी जब इसका इस्तेमाल करते हैं तो बहुत लाभ मिलता है |

प्यास ज्यादा लगना

प्यास ज्यादा लगने से रोगी का मुंह बराबर सूखता है ऐसे रोगी को चिरायता का सेवन करने से काफी लाभ मिलता है|

त्वचा रोग में लाभकारी

त्वचा से संबंधित सभी रोगों में
जैसे खारिश खुजली दाद एक्जिमा सेरोसाइटिस चकत्ते होना फोड़ा फुंसी निकलना आदि रोगों में जब रोगी चिरायता का सेवन खाने और लगाने में करता है तो बिल्कुल ठीक हो जाता है |

सूजन

सूजन से परेशान रोगी के शरीर में सूजन होने से खाने और लगाने से रोगी को बहुत लाभ पहुंचता है

अम्ल पित्त

अम्लपित के रोगी के कलेजे में जलन होती है और डकार आता है ऐसे रोगी के लिए चिरायता का प्रयोग करना लाभप्रद होता है |

तीन दोष नाशक

वात कफ पित्त एक साथ सब तीनों दोस मनुष्य के शरीर में बढ़ जाते हैं तो बड़ी बीमारी को उत्पन्न करते हैं ऐसे में चिरायता का इस्तेमाल करने से तीन और दोष में संतुलन हो जाता है


दमा

दमे से परेशान रहना , सांस फूलता है वह खासी परेशान करती है ऐसे रोगी का चिरायता का सेवन लाभकारी होता है |

मधुमेह

मधुमेह से परेशान व्यक्ति को शरीर में अंदरूनी और बाहरी कमजोरी महसूस होती है ऐसे रोगी जब चिरायता का प्रयोग करते हैं तो उनका अग्नाशय शरीर के अनुसार उचित मात्रा में इंसुलिन बनाने लगता है | जिससे इनका शुगर का लेवल ठीक हो जाता है |

जोड़ों का दर्द

जोड़ों के दर्द से परेशान, गठीया से शरीर के जोड़ों में दर्द और सूजन से परेशान रहता है | ऐसी रोगी अपना काम ठीक ढंग से नहीं कर पाता है ऐसे में चिरायता का सेवन सभी प्रकार के दर्द में लाभकारी होता है |

गंडमाला

शरीर में कई जगह एक समूह में गांठे निकल आती है ऐसे में चिरायता के कारा का इस्तेमाल करने से बहुत ज्यादा लाभ होता है

मोटापा घटाने में

मोटापे से परेशान रोगी का वजन तेजी से बढ़ने लगता है | शरीर में जगह जगह चर्बी इकट्ठा होने लगता है| जिससे रोगी चलने फिरने उठने बैठने में असमर्थ हो जाता है | | और कहते भी हैं कि मोटापा बीमारी के घर होता है | ऐसी रोगी को चिरायता का पाउडर सुबह-शाम लेने से मोटापा घट जाता है |

गर्भवती महिला का ओवन नाशक

गर्भवती महिला को इस अवस्था के दौरान उल्टी आना आम बात है और ऐसे में यदि चिरायता का कारा इस्तेमाल किया जाए तो गर्भवती महिला की उल्टी ठीक हो जाती है |

कब्ज नाशक

कब्ज से परेशान रोगी एक हफ्ते में एक या दो बार मल त्याग करने जाते हैं और हमेशा कब्ज से परेशान रहते हैं | ऐसा रोगी जब चिरायता का पाउडर एक चम्मच लेते हैं तो उसका कभी ठीक हो जाता है |

बातरक्त में लाभकारी चिरायता

बातरक्त से परेशान रोगी के शरीर में जगह जगह दर्द होती है और खारिश होती है | ऐसे रोगी के लिए चिरायता का काढ़ा बहुत लाभकारी होता है |

कैंसर नाशक गुण


चिरायता के अंदर कैंसर से उसको खत्म करने के गुण पाए जाते हैं जब कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को चिरायता का कारा लेने से बहुत लाभ मिलता है |
पेट के कीड़ों को खत्म करता है | रोगी को मुंह में पानी बार बार आना पेट में दर्द होना लार आना भूख खत्म होना आदि लक्षण पाए जाते हैं | इसमें चिरायता का सेवन लाभदायक होता है | नुस्खे के तौर पर सुबह शाम एक चम्मच पाउडर खाली पेट लें |
पेट के रोगों में चिरायता लाभकारी
पेट में गैस बनना , पेट में भारीपन होना, भूख ना लगना ,आंतरयो में सूजन होना आदि लक्षणों में जब रोगी को आधा से एक चम्मच चिरायता का पाउडर भोजन के बाद पानी के साथ इस्तेमाल किया जाता है | तो पेट की सभी बीमारियां समाप्त हो जाती है|

प्रतिरक्षा प्रणाली में लाभकारी चिरायता


जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है| तो शरीर किसी ना किसी बीमारी से संक्रमित होते रहता है|
ऐसे में चिरायता पाउडर का इस्तेमाल करने से शरीर का प्रतिरोध प्रणाली मजबूत हो जाता है और शरीर स्वस्थ हो जाता है |

सोरायसिस


सोरायसिस से परेशान रोगी पूरे शरीर में सकते हो जाते हैं और खारिज करने से सफेद रंग की पापड़ी बहार आते हैं ऐसे रोगी के लिए चिरायता का इस्तेमाल करना लाभदायक होता है|
चिरायता और गिलोय के बराबर मात्रा में पाउडर मिलाकर इस्तेमाल करने से बहुत लाभ मिलता है|

एनीमिया


जो व्यक्ति को एनीमिया की शिकायत हो जाती है रसभरी सफेद और पीले रंग का दिखने लगता है ऐसे में चिरायता इस्तेमाल करने से व्यक्ति को एनीमिया बीमारी से बचा जा सकता है

लिवर के रोगों में फायदेमंद चिरायता

संक्रमण युक्त लिवर, फैटी लिवर हेपेटाइटिस , सिरोसिस
लीवर में फोड़े का होना|
लिवर में कैंसर आदि जैसी बीमारी में जब चिरायता का इस्तेमाल किया जाता है | तो यह बिल्कुल लीवर को स्वस्थ कर देता है |

पीलिया में लाभदायक चिरायता


पीलिया में रोगी के शरीर पीला हो जाता है | आंख पीला हो जाता है | नाख़ून पीला हो जाता है , त्वचा पीला हो जाता है , पेशाब पीला हो जाता है |
पीलिया के सभी परिस्थितियों में चिरायता का सेवन करने से पीलिया ठीक हो जाता है |

आईबीएस


अतिसार में लाभकारी

आईबीएस संग्रहणी दस्त पेचिश से परेशान रोगी को मल त्याग करने दिन में कई बार जाना पड़ता है | ऐसे रोगियों के लिए चिरायता अंतरिया को ताकत देता है |
और संक्रमण सूजन को खत्म करता है |

अल्सर

अल्सर से परेशान लोगों को दस्त उल्टी और दस्त के साथ खून आता है ऐसे में चिरायता का इस्तेमाल करने से अल्सर की बीमारी में लाभ पहुंचता है |

बैक्टीरिया वायरस नाशक

चिरायता में बैक्टीरिया वायरस के खत्म करने के गुण होते हैं | जो सभी बीमारी बैक्टीरिया वायरस को खत्म कर देता है | ऐसी बीमारी में चिरायता का इस्तेमाल लाभकारी होता है | सुबह खाली पेट चिरायता आदि का पाउडर करबी फक्की का प्रयोग करते हैं | जिसमें व्यक्ति स्वस्थ रहते हैं और लंबी आयु तक जीते हैं |

चिरायता मानस रोग में लाभकारी


मानस रोग से परेशान रोगी हमेशा डिप्रेशन में रहते हैं | निंद्रा से परेशान रहते हैं | कई लोगों को तो पागलपन के शिकार भी हो जाते हैं | ऐसी स्थिति में चिरायता का सेवन करने से बहुत लाभ पहुंचता है |

हिचकी में लाभकारी

हिचकी से परेशान व्यक्ति के आमाशय में सूजन के कारण हिचकी तंग करती है | उसके लिए चिरायता का सेवन लाभकारी होता है |
अत्याधिक महावारी में लाभकारी चिरायता अत्यधिक माहवारी से परेशान महिलाओं को मासिक धर्म ज्यादा मात्रा में आती है और शरीर में कमजोरी होती है | ऐसे में चिरायता का सेवन करने से बहुत लाभ पहुंचता है |

रक्तपित्त में चिरायता लाभकारी


रक्तपित्त से परेशान व्यक्ति के नाक से खून आता है | मुख से खून , मूत्र मार्ग से गुदा मार्ग से खून आता है , और रोगी परेशान हो जाता है| ऐसे में चिरायता का सेवन करने से रोग ठीक हो जाता है |

मात्रा

चिरायता पाउडर 2 ग्राम से 4 ग्राम आधा चम्मच से एक चम्मच तक सुबह-शाम भोजन के बाद प्रयोग करें |

चिरायता कारा

चिरायता पाउडर एक चम्मच को एक कप पानी में डालकर पकाएं जब तक के पानी आधा कप चाय ठंडा होने पर छानकर प्रयोग करें | इस विधि से कारा का प्रयोग सुबह शाम कर सकते हैं |

चिरायता हिम


कांच का गिलास लेकर उसमें पानी भरते हैं उसमें एक चम्मच चिरायता डालकर रात को ढक्कन से ढक कर छोड़ते हैं सुबह उठकर खाली पेट छानकर सेवन करें
लो शुगर वाले व्यक्ति को इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए इसका इस्तेमाल करने से मधुमेह और लो हो जाता है |

अस्वीकरण
इस साइट पर पड़ा सभी जानकारी और लेख केवल सलाह के लिए है यहां पर दी गई जानकारी का उपयोग स्वास्थ्य  समस्या या बीमारी के निदान या उपचार के हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं लेना चाहिए |
चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए हमेशा एक योग चिकित्सक की सलाह लें |



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