U T 9 क्या है? यूरिन इन्फेक्शन।
U T 9 यूरिन। ट्रैक्ट इनफेक्शन।
यूरिन इन्फेक्शन मूत्र
मार्ग में
संक्रमण ज्यादातर लोगों
को बैक्टीरिया के कारण होता
है कुछ
लोगों को
फंगस या
वायरस या
पेट की?
खराबी या
गुर्दे में
उत्पन्न विकार
के कारण
होता है।
U T 9 यूरिन
इन्फेक्शन।
आपको गुर्दे
मूत्र वाहिनी
मूत्राशय से
मूत्र मार्ग
संक्रमण कहीं
भी हो
सकता ज्यादातर लोगों
के निचले
हिस्से मूत्र
मार्ग व
मूत्राशय में
होता है।
कईयों को
हल्का और
कईयों को
गंभीर संक्रमण
होता है।
बच्चों की
तुलना में
वयस्कों में
यूरिन इन्फेक्शन ज्यादा
होता है
और पुरुषों
की तुलना
में महिलाओं
व लड़कियों को ज्यादा होता
है।
लक्षण।
ज्यादातर लोगों
को मूत्राशय से मूत्र मार्ग
में संक्रमण
के कारण
सूजन हो
जाती है।
जिससे पेशाब
के दौरान
दरदिया जलन
या बार
बार पेशाब
आता है
और पेशाब
का रंग
गंदला और
बदबूदार होता
है।
कई लोगों
को बार-बार पेशाब
करने के
लिए जाना
पड़ता है
और डर
लगता है
कि पेशाब
तत्काल कपड़ों
में ही
ना लिखा
नहीं निकल
जाए पेशाब
करने के
लिए रात
को भी
कई बार
उठना पड़ता
है।
कुछ लोगों को पेशाब में खून या मवाद युक्त बदबूदार आता है। पेशाब करते समय पेट के निचले हिस्से और पसलियों के नीचे हिस्से में दर्द होता है।
कुछ लोगों को पेशाब में खून या मवाद युक्त बदबूदार आता है। पेशाब करते समय पेट के निचले हिस्से और पसलियों के नीचे हिस्से में दर्द होता है।
कुछ लोग
तेज बुखार
लगभग 101 से
101 फारेनहाइट किया
इसके बाहर
रहता है
ठंड में
कब का
पादना लगता
है जी
मिचलाना उल्टी
आना जैसे
लक्षण इसमें
पाए जाते
हैं।
कुछ लोगों
को मूत्र
क्या करने
वाली जगह
से दर्द
होता है?
पसली के
नीचे पीछे
कमर तक
किसी को
एक और
किसी को
दोनों और
तक दर्द
होता है।
कुछ लोगों
को यह
इंफेक्शन के
कारण तेज
बुखार के
लिए उल्टी
दस्त शरीर
में पानी
की कमी
होना स्वास्थ्य का चिड़चिड़ापन शरीर
में कमजोरी
आदि लक्षण
पाए जाते
हैं।
कुछ महिलाओं
को संभोग
की क्रिया
के दौरान
पैरों में
तेज दर्द
होता है।
कारण।
ज्यादा तो
लोगों को
यूरीन इनफेक्शन ई कोलाई बैक्टीरिया
के कारण
यह बैक्टीरिया आमतौर
पर पाचन
तंत्र मजबूत
होता है।
टेल माय
डियर और
माइकोप्लाजमा। बैक्टीरिया में मूत्र मार्ग
संक्रमण होता
है लेकिन
यह मूत्राशय को संतुलित नहीं
कर सकते
हैं।
कई लोगों
को संक्रमण
के दौरान
अगर हमारे
साथी को
यूरिन संक्रमण
हो तो
उसमें भी
हो सकता
है। कुछ
लोगों को
प्रमुख या
शुगर के
कारण बार-बार यूरिन
इंफेक्शन हो
जाता है।
जनन अंगों
की अच्छी
से सफा
सफाई ना
रखने के
कारण यूरिन
इंफेक्शन हो
जाता है।
कुछ लोगों को बार बार दस्त लगने या मल मूत्र के वेग को रोकने में इंफेक्शन होता है।
कुछ लोगों को बार बार दस्त लगने या मल मूत्र के वेग को रोकने में इंफेक्शन होता है।
कंडोम घर
संग डायफ्राम 128 ट्रोजन।
अधिक दबाव,
शुक्राणु नाशक।
पथरी के
कारण भी
बार-बार
यूरिन इंफेक्शन हो जाता है।
गर्म युद्ध
का उपयोग
करने से
गर्भावस्था के
दौरान भी
बार-बार
कुछ महिलाओं
को मासिक
धर्म खत्म
होने के
बाद यूरिन
संक्रमण हो
जाता है।
कुछ लोगों
को पानी
कम पीने
से यूरिन
इंफेक्शन होता
है। कुछ
लोगों को
एंटीबायोटिक दवाओं
का अधिक
उपयोग करने
के कारण
संघ बंद
हो जाता
है। कुछ
लोगों की
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
कारण उत्पन्न
हो जाता
है।
कुछ लोगों
को बाजारू
खाना चाय
कॉफी धूम्रपान या शराब का इलाज करने
के कारण
यूरिन इंफेक्शन हो जाता है।
घरेलू उपचार।
50 ग्राम
मूली को
कद्दूकस करके
निकाल में
ग्यारस छानकर
एक कप
में डाल
उसमें दो
चम्मच प्याज
का रस
और एक
चम्मच नींबू
का रस
का डाले
और स्वादानुसार सेंधा
नमक या
देसी खंडालकर
सुबह शाम
दोपहर भोजन
के 30 मिनट
पहले प्रयोग
करें।
आयुर्वेद उपचार।
50 ग्राम
की लगा
50 ग्राम मनजीत
50 ग्राम गोखरू
बड़ा लेकर
सुबह-शाम
भोजन के
बाद
इन सभी को पंसारी की दुकान से लाकर अलग-अलग पीसकर पाउडर बनाकर छानकर एक जगह सभी को मिलाकर किसी धक्कन वाले डिब्बे में डाल कर रखें। और जब प्रयोग करना हो एक बटा चार चम्मच या एक चम्मच करें। सुबह-शाम भोजन के 1 घंटे बाद गर्म पानी के साथ प्रयोग करें।
इन सभी को पंसारी की दुकान से लाकर अलग-अलग पीसकर पाउडर बनाकर छानकर एक जगह सभी को मिलाकर किसी धक्कन वाले डिब्बे में डाल कर रखें। और जब प्रयोग करना हो एक बटा चार चम्मच या एक चम्मच करें। सुबह-शाम भोजन के 1 घंटे बाद गर्म पानी के साथ प्रयोग करें।
उपचार।
घोंचू रक्षी
गूगल और
धन वटी
लेकर इन
दोनों को
लेके गोली
मिलाकर प्रयोग
करें।
जिन लोगों
को पाउडर
खाने में
तकलीफ होती
है वह
लोग इन
बने हुए
पाउडर में
से एक
चम्मच पाउडर
निकाल कर
एक कप
पानी में
डालकर उबालें
जब उबल
जाता है
तो आधा
कप रह
जाता है
तो नीचे
उतारकर हल्का
गुनगुना कर
छानकर उसमें
स्वादानुसार सेंधा
नमक धागे
वाली मिश्री
शहद देसी
खान और
इनमें से
कोई डाले
डाले अनुसार
आपको जो
पसंद नमकीन
मीठा मिलाकर
प्रयोग करें।
रेडीमेड उपचार।
घोंचू रक्षी
गूगल और
गिलोय घनवटी
लेकर इन
दोनों में
से एक
के गोली
लेकर भोजन
के 1 घंटे
बाद प्रयोग
करें आपकी
बीमारी में
पूरा लाभ
होगा।
परहेज।
मूत्र के
वेग को
रोकना धूम्रपान या ज्यादा शराब
पीना चाय
कॉफी का
ज्यादा प्रयोग
करना बाजार
उत्तर फला
ज्यादा प्रयोग
करना जनन
अंगों की
सफाई ना
करना महामारी
के दौरान
गंदे कपड़े
का प्रयोग
करना नहाने
के बाद
तब का
प्रयोग मत
करें। गर्भनिरोधक दवाओं
का ज्यादा
प्रयोग ना
करें जनन
अंगों पर
सुगंधित साबुन
पाउडर उपयोग
मत करें।
फायदेमंद।
सेक्स के
दौरान आत्महत्या करिए
और जनों
की सफाई
करें महामारी
के दौरान
सेनेटरी पैड
का प्रयोग
करें ढीले
और कॉटन
के अंडरवियर पहने।
अस्वीकरण।
इस साइट
पर सभी
जानकारियां और
लेख केवल
सलाह के
लिए यहां
पर दी
गई जानकारी
का उपयोग
स्वास्थ्य या
बीमारी का
निदान उपचार
हेतु बिना
विशेषज्ञ की
सलाह नहीं
लेनी चाहिए।
चिकित्सा परीक्षण
उपचार के
लिए हमेशा
एक योग
चिकित्सक की
सलाह लें।
No comments:
Post a Comment