Tuesday, May 5, 2020

TREATMENT FOR LIPOMA (गांठ)


TREATMENT FOR LIPOMA (गांठ)

पेट में किसी को गांठ किसी को अनेकों गांठ देखने को मिलती है ! पेट का वह अंग जहां पर गांठ होती है ! वह भाग में सूजन उभरा हुआ या बाहर निकला हुआ दिखाई देता है यह गांठे किसी को सख्त होती है !किसी को नरम भी किसी को इन गानों में दर्द होती है और किसी को इन गानों में दर्द नहीं होती है और किसी प्रकार की लक्षण नहीं मिलते हैं !


लक्षण

कुछ लोगों को पेट में दर्द होता है कुछ लोगों को सिर्फ इन घाटों में दर्द होता है कई लोगों को खुदा से खून आता है कब जाता है लगातार वजन घटता जाता है जी मिचलाने और उल्टी आना !

कारण

सिस्ट पेट की चर्बी बढ़ जाने के कारण ज्यादा लोगों को होती है इसमें द्रव और अन्य संक्रमित पदार्थ भरा होता है !
ओवेरियन सिस्ट अंडाशय के आसपास गांठ बन जाती है
कोली सिस्टाइटिस
पित्ताशय की पथरी जब पित्ताशय की थैली से बाहर जाने वाली ट्यूब नली को अवरुद्ध कर देती है ! जिससे पित्ताशय की थैली में सूजन लालिमा जाती है !

हीमोटेमा

चोट लगने अन्य कारण से रक्त वाहिकाओं टूटने लगती है और त्वचा के नीचे खून जमा होकर गांठ का रूप ले लेती है !

लिपोमा

त्वचा के नीचे चर्बी की गांठ बन जाती है !जिसे छूने पर किसी को कांट सक्त होती है ! किसी को काटना राम होती है इधर उधर ही रोती रहती है !

हर्निया

जब पेट की परत कहीं से कमजोर हो जाती है और अंदरूनी हाथ का भाग कुछ अन्य उत्तक पेट की कमजोरी परत को तोड़कर बाहर निकल आते हैं और पेट में हर्निया किसी भी हिस्से हो सकती है और जेसन के ऊपर हर्निया उत्पन्न होती है ! हर्निया का आकार बढ़ने पर उसका बाधा उत्पन्न करती है !
उदाहरण के लिए अगर आत के ऊपर हर्निया होती है तो आपको ब्लॉक कर के कब्ज गैस पेट दर्द होता है !
कुछ गांठे अंगों के ऊपर होता है तो बढ़ने पर उन अंगों को बाधा उत्पन्न होती है और संक्रमित हो कर टीवी कैंसर का रूप धारण कर लेते हैं !
जैसे कि गुर्दे के ऊपर गांठ , लीवर पिता से अग्नाशय ,छोटी आंत बड़ी आंत ,लीवर दिल्ली पेट का अन्य जगह पर गांठ मुद्रा से गर्भाशय गर्भनाल अंडाशय के , ज्यादातर लोगों को पेट में गांठ ना हो बढ़ती है ! और ना ही नुकसान करती है मगर कुछ लोगों को गांठ का आकार भी बढ़ता है और उससे संक्रमण होकर नुकसान दायक भी हो
जाती है !जिससे वह टीवी कैंसर का रूप धारण कर लेती है !
शरीर का वजन सामान्य से अधिक वजन या मोटापा होने के कारण बच्चों को मोटा पाया कब्ज के कारण पेट में गांठ उत्पन्न हो जाती है !उम्र पार करना दोनों में से किसी के हुए भोजन का प्रयोग करना ज्यादा अचार खाना ज्यादा नमक खाना !
पेट के ऑपरेशन करने के बाद उत्पन्न हो जाती है !
कोयला या धातु लोहे आदि या रबर की फैक्ट्री में काम करना सांस लेने में उत्पन्न होता है जिसे फेफड़े में पहुंचने से उत्पन्न हो जाती है !गांठे लाला ढंग से भारी वजन उठाने से हर्निया गांठ बन जाती है !
पेट में किसी भी अंग में या हिस्से में सूजन संक्रमण के कारण गांठ हो जाती है जैसे लीवर और आधी ज्यादा वसा मुक्ता हार यातील भुने हुए बाजार खाद्य पदार्थों का प्रयोग से भी गांठ बनती है !
मल मूत्र त्याग करने के दौरान अधिक जोर लगने से हर्निया का घाट उत्पन्न हो जाता है भोजन करने के बाद गतिविधि ना करना बस बैठे जाना और दिमाग काम में व्यस्त हो जाने कारण भी गांठ बन जाती है !
दूध रबड़ी मक्खन मलाई पनीर आदि खाना और व्यायाम करने से उत्पन्न हो जाती है कई लोगों को कभी दोष बढ़ने या गलत जो काम रहने का भी पेट में गांठ हो जाती है कई लोगों को पेट में गैस या बाद दोष पढ़ने कारण भी पेट में गांठ हो जाती है !
जिन लोगों को साधारण गांड लिपोमा होती है उन लोगों को सुबह शाम आधा घंटा पैदल चलने या व्यायाम करने के लिए थोड़ा आराम हो जाता है !
मगर जिनको टीवी कैंसर की गांठ होती है उनको हम कहते हैं कि आप अपनी औषधि के साथ अंग्रेजी सीखे सखी साला और अंग्रेजी दवा का प्रयोग करें और समय-समय पर बताएं यह टेस्ट कराते रहें ताकि आप जड़ से ठीक हो सके क्योंकि हमारी औषधि बीमारी जड़ को खत्म करती है और बीमारी दोबारा नहीं होती है मगर इस औषधियों से समय लगता है इसलिए हम समय में अंग्रेजी उपचार टेस्ट भी सलाह देते हैं !

औषधि उपचार

कचनार की छाल 50 ग्राम , बावड़ी 50 ग्राम ,अजमोद 50 ग्राम , खरीद छाल 50 ग्राम , इन 4 औषधि को पीस के लेकर इनका अलग-अलग पाउडर बनाकर एक जगह मिलाकर एक डिब्बे में बंद करके रखे हैं
मात्र आधा से एक समाज पाउडर गण पानी में भोजन से आधा घंटा बाद प्रयोग करें !सुबह शाम जिन लोगों को पाउडर खाने में परेशानी होती है अभी लोग इस पाउडर में से आधार से एक चम्मच पाउडर ,

घरेलू उपचार

जीरा मसाला , शॉर्ट , अजवाइन , काली मिर्च ,चारों बराबर मात्रा में लेकर पीसकर पाउडर बनाकर आधा से एक चम्मच सुबह-शाम भोजन बाद गर्म पानी का प्रयोग करें या जिन लोगों
पाउडर खाने में परेशानी है वे लोग इस पाउडर में से आधा से एक चम्मच लेकर एक कप पानी में डालकर पकाएं जब पानी उबाल ज्यादा का पानी बच्चे से नीचे उतार कर उसमें स्वादानुसार सेंधा नमक या देसी खांड मिलाकर भोजन के बाद प्रयोग करें सुबह सा प्रयोग करें !

रेडीमेड उपचार

कचनार गूगल किसी भी कंपनी के लेकर एक से दो गोली भोजन के 1 घंटे पश्चात सुबह शाम प्रयोग करने से पेट में बनी घाट खत्म हो जाती है !

अस्वीकरण

इस साइट पर सभी जानकारियां और लेख केवल सलाह के लिए जहां पर दी गई जानकारी का उपयोग स्वास्थ्य समस्या का बीमारी के निदान उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं लेनी चाहिए चिकित्सक परीक्षण उपचार के लिए हमेशा है कि योग्य चिकित्सक की सलाह लें ! धन्यवाद


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