Tuesday, May 5, 2020

प्लेटलेट्स क्या होता है?



प्लेटलेट्स क्या होता है


प्लेटलेट्स खून में मौजूद सबसे छोटी तरल कोशिकाहै | जो खून के थक्का बनाने में मदद करता है |और खून में अन्य कोशिका के साथ मौजूद रहता है| प्लेटलेट्स के बारे में समझाऊं तो जब हमें किसी कारण बस चोट लगती है |तो छोटी या बड़ी नशे से कटने या फटने के कारण खून बहने लगता है ,और खून में मौजूद कोशिका में से एक कोशिका प्लेटलेट्स है| जो अन कोशिका के साथ मिलकर खून को बहने से रोकता है |और यही कोशिका खून के जमने( थक्का) बनने में मदद करता है| इसका दूसरा काम क्षतिग्रस्त ऊतकों की मरम्मत करना है| खून में इसकी संख्या निर्मित सामान कम या ज्यादा होने पर तरह-तरह की बीमारियां उत्पन्न होती है |
प्लेटलेट्स की आयु 7 से 10 दिन होती है| इसी दौरान या बनता और खत्म होता है |प्लेटलेट्स एक स्वस्थ व्यक्ति में ब्लैक लिस्ट की गिनती प्रति माइक्रोलीटर खून मे डेढ़ लाख से सारे चार लाख तक होनी चाहिए| डेढ़ लाख से कम इसकी संख्या होती है|
तो थ्रांबोसाइटोपेनिया और यदि सारे चार लाख से ऊपर होता है तो थ्रांबोसाइटोसिस बीमारी होता है| इसका पता हमें तब लगता है |जब हम कंपलीट ब्लड सेल्स अकाउंट कहा जाता है|

लक्षण


इसकी कमी होने पर शरीर में रक्त स्राव होने लगता है| जिससे खून बहना बंद नहीं होता है| शरीर पर लाल नीला और बैगनी रंग के निशान बनने लगते हैं| खासकर कमर के नीचे कोई रोगियों को नाक मुंह मूत्र मार्ग से गुदा मार्ग से खून आने लगता है| चोट लगने पर या फ्लोरा आया फुंसी के फूटने पर लंबे समय तक खून बहने लगता है| महिलाओं को मासिक धर्म ज्यादा मात्रा में आने लगता है| और अधिक समय तक रहता है |उल्टी में कई व्यक्ति को खून आता है |कई रोगियों को सिर दर्द चक्कर सिर में नशे फटने के कारण अदरंग बात हो जाता है|

कारण


हड्डियों के अंदर मौजूद नरम उत्तक का काम होता है| खून अन्य कोशिकाओं को बनाना मगर कई कारणों से हड्डियों को खूनी आंखों में मौजूद अन्य कोशिकाओं को या प्लेटलेट्स को सामान से कम बनाती है जिससे खून में प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है|
मैंने आपको बताया कि पेट लेस की आयु 7 से 10 दिन होता है |इसी बीच में प्लेटलेट्स बनते हैं| और खत्म होते हैं मगर कई कारणों से बनती कम है| और खत्म ज्यादा मात्रा में हो जाते हैं जिससे खून में प्लेटलेट की कमी हो जाती है |जैसे कि गर्भावस्था के दौरान आने वाली परेशानियों के बीच दबा करने की वजह से उस समय खोने प्रेशर कम हो जाता है मूत्र संबंधी बीमारी के इलाज में भी पुलिस की कमी हो जाती है |खून में बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण विशेष की कमी हो जाती है| ऑटोइम्यून डिजीज के कारण पुलिस की कमी हो जाती है |विटामिन की कमी के कारण भी कम हो जाती है खासकर विटामिन B 12 में और विटामिन B 9 में
खून की कमी एनीमिया या खून मेला आयरन की कमी से प्लेसेस कम हो जाता है| कुछ संक्रमित बीमारी जैसे एचआईवी चिकन पॉक्स आदि बीमारी के कारण भी पुलिस की कमी हो जाती है| कुछ तरह के इलाज में भी जैसे कि किमो थेरेपी के लेने से भी प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है|
कुछ तरह की दवाइयों के प्रयोग करने से साईं क्षेत्र के रूप में प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है| जैसे कि इस पीरियड पेन किलर एंटीबायोटिक आदि शराब का ज्यादा इस्तेमाल करने से प्लेटलेट की कमी जाती है |ब्लड कैंसर या सिरोसिस ऑफ लिवर में भी खून में प्लेटलेट की कमी जाती है|

इलाज

आंवला रस का 6 चम्मच एक कटोरी में डालें व्हीटग्रास टीवी का रस 6 चम्मच मिलाकर सुबह दोपहर शाम प्रयोग करने से प्लेसेस बढ़ता है |कद्दू 10 ग्राम पालक 10 ग्राम टमाटर 10 ग्राम हरी मिर्च 1 सेंधा नमक स्वाद अनुसार इसका सूप बनाकर सुबह-शाम पीने प्लेटलेट्स बढ़ता है|

आयुर्वेदिक उपचार

गिलोय या सुखा एक सौ ग्राम आमला सुखा एक सौ ग्राम पपीते के पत्ते सूखे हुए इन सभी को पीसकर पाउडर बना लें एक चम्मच सुबह दोपहर शाम पीने से प्लेटलेट्स बढ़ता है! गिलोय का रस उपचार आंवले का रस 3 चम्मच ,पपीते का पत्ता का चूर्ण 3 चम्मच ,स्वाद अनुसार मीठा मिलाकर दिन में तीन बार प्रयोग करने से प्लेटलेट्स बढ़ता है|

रेडीमेड औषधि

प्लेटेंजा या प्लेटलेट्स केयर टेबलेट

परहेज


ठंडा पानी, बर्फ,आइसक्रीम
फ्रिज का खाना,फ्रिज का पानी
कोल्ड ड्रिंक,चाय
कॉफी,घी,मक्खन,मलाई
बाजारू खाना,मीट मांस सफेद चावल मना है

फायदेमंद


सुबह शाम पैदल चलन, व्यायाम करना.
चुकंदर, पानी अधिक मात्रा में सेवन करना,
नींबू का रस पीना,हरी साग सब्जी का सूप
दलिया
फल फ्रूट
जूस पानी में शहद मिलाकर प्रयोग करें |लाल अमरूद
भूरी चावल ब्राउन राइस बकरी का दूध पीने से से बहुत फायदेमंद होता है|
अस्वीकरण
इस साइट पर उपलब्ध सभी जानकारी और लेख केवल शैक्षणिक उद्देश्य के लिए है| यहां पर दी गई जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं लेनी चाहिए |चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लें!



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