Saturday, May 30, 2020





                                 कुटकी     

              
 कुटकी आयुर्वेदिक औषधियों में जड़ी बूटी में आती है !
कुटकी में बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं जो हमारी बहुत सी बीमारियों को दूर करने में
 हमारी मदद करती है !
 कुटकी की तासीर ठंडी  होती है !

कुटकी को खाने की मात्रा


 1 से 3 ग्राम मतलब चौथाई चम्मच से आधा चम्मच के करीब हम सुबह शाम इसका इस्तेमाल भोजन के बाद या भोजन से पहले अपनी बीमारी के अनुसार कर सकते हैं !
इसको लेने का सही समय सुबह शाम होता है मगर कुछ बीमारियों में इसे सुबह दोपहर शाम भी ले सकते हैं !
कुटकी को लेने का सही तरीका पाउडर काढ़ा या हिम के रूप में इसका प्रयोग आप कर सकते हैं !
कुटकी को अगर निश्चित मात्रा में लिया जाए तो इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है ! कुटकी को बीमारी की स्टेज व बीमारी कितनी पुरानी है उस हिसाब से लेना पड़ता है ! उदाहरण के तौर पर अगर आप की बीमारी 1 से 3 महीने पुरानी है तो आप इसका इस्तेमाल 2 हफ्ते तक करें अगर आप की बीमारी 1 से 3 साल पुरानी है तो इसका इस्तेमाल एक से 3 महीने तक करेंगे तो आप की बीमारी पूरी तरह से ठीक हो जाएगी !

 लिवर की बीमारी में लाभकारी होती है कुटकी


जिन लोगों के लिवर में इन्फेक्शन है या फैटी लीवर है या लीवर में सूजन है या लीवर खराब हो रहा है  !ऐसे लोग अगर गिलोय और कुटकी को बराबर मात्रा में पीसकर पाउडर बनाकर एक चम्मच सुबह-शाम भोजन से पहले गर्म पानी के साथ प्रयोग करते हैं ! तो लीवर वाली व से संबंधित सभी प्रकार के विकार दूर हो जाते हैं !

पीलिए को दूर करने में हमारी मदद करता है कुटकी


कुटकी और मकोय को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर इसको पाउडर बना लें और इस का बना हुआ पाउडर उसमें से आधा चम्मच सुबह आधा चम्मच शाम को भोजन के आधे घंटे बाद गर्म पानी के साथ प्रयोग करने से पीलिया की शिकायत 2 से 3 दिन में खत्म हो जाती  है !

 जलोदर रोग को दूर करती है कुटकी


जिन लोगों के पेट में पानी जमा हो जाता है और पेट फूल जाता है  !उसे जलोदर रोग कहते हैं !
ऐसे लोग जब पुनर्नवा की जड़ और कुटकी बराबर मात्रा में पीसकर एक चम्मच सुबह-शाम गर्म दूध के साथ खाना खाने के बाद प्रयोग करते हैं तो उनका जलोदर रोग हमेशा के लिए ठीक हो जाता है !

कब्ज को दूर करती है कुटकी


जो लोग कब्ज की समस्या से परेशान हैं ऐसे लोग अगर हरण छोटी और कुटकी बराबर मात्रा में लेकर पीस के पाउडर बनाकर एक चम्मच रात को सोने से 2 घंटे पहले गर्म दूध के साथ प्रयोग करने से कब्ज की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाती है !

सभी प्रकार के बुखार को ठीक करता है कुटकी


जिन लोगों के शरीर में बुखार की शिकायत होती है ! उनके सिर में दर्द शरीर में टूटा पंक अभी ठंड लगना कभी गर्मी लगना और शरीर दिन-प्रतिदिन कमजोर होता चला जाता है ! ऐसे लोग अगर कुटकी चिरायता नेपाली और गिलोय आ तीनों को बराबर मात्रा में पीसकर पाउडर बना कर एक चम्मच सुबह-शाम भोजन के 1 घंटे बाद गर्म पानी के साथ प्रयोग करते हैं तो उनके सभी प्रकार का बुखार हमेशा के लिए दूर हो जाती है !

हेपाटाइटिस  को ठीक करती है कुटकी


हेपेटाइटिस में नागरमोथा कुटकी और कासनी तीनों को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर पाउडर बना लें और एक चम्मच सुबह एक चम्मच शाम को खाना खाने के 1 घंटे बाद गर्म पानी के साथ प्रयोग करने से काला पीलिया जड़ से खत्म हो जाता है !

सिरोसिस  लिवर में लाभकारी होती है कुटकी

कुटकी और गिलोय को पीस के पाउडर बना लें एक चम्मच सुबह-शाम गर्म पानी के साथ खाना खाने के 1 घंटे बाद प्रयोग करने से सिरोसिस लिवर की समस्या दूर हो जाती है !

सफेद दाग को ठीक करता है कुटकी


सफेद दाग में मंजीत खैरथल कुटकी और अनंत मूल बावची  पांचो को बराबर मात्रा में लेकर पीस के पाउडर बनाकर एक चम्मच सुबह एक चम्मच शाम को गर्म पानी के साथ भोजन के बाद प्रयोग करने से सफेद दाग की शिकायत नष्ट हो जाती है !

गठिया को ठीक करता है कुटकी


गठिया से परेशान व्यक्तियों को जोड़ों में दर्द की शिकायत सूजन की शिकायत जोड़ों में टेढ़ापन व शरीर में बुखार की शिकायत तंग करती है ! ऐसे में अगर गठिया से परेशान व्यक्ति चिरायता कुटकी अंबा हल्दी और सिंपल हल्दी की गांठ सभी को बराबर मात्रा में लेकर पीस के पाउडर बनाकर एक चम्मच सुबह-शाम गर्म पानी के साथ खाना खाने के आधे घंटे बाद इस्तेमाल करता है ! तो कुछ ही समय में गठिया की शिकायत हमेशा के लिए ठीक हो जाती है और उससे संबंधित जो लक्षण होते हैं  !सूजन और बुखार की शिकायत भी जल्द ठीक हो जाती है !

 दाद एक्जिमा और चर्म रोगों में लाभकारी होती है कुटकी


कुटकी मनजीत और खजूर की छाल तीनों को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर पाउडर बना लें ! एक चम्मच सुबह खाली पेट रोजाना इस्तेमाल करने से त्वचा से संबंधित सभी तरह के विकार जैसे खारिश खुजली दाद एक्जिमा सोरायसिस व कुष्ठ जैसी भयंकर बीमारियां भी दूर हो जाती है !

हृदय को ताकत देता है कुटकी


जो लोग हृदय की दुर्बलता से परेशान है ! उनको हमेशा छाती में भारीपन घबराहट और छाती में दर्द और थोड़ा सा काम करने पर सांस फूलता है  !ऐसे लोग अगर अर्जुन की छाल और कुटकी को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर पाउडर बना लें और एक चम्मच सुबह-शाम गर्म पानी के साथ खाना खाने के 1 घंटे बाद प्रयोग
करते हैं  !तो उनके दिल की नसों व दिल को ताकत मिलती है हृदय संबंधित विकार भी दूर होते हैं !

 हिचकी को ठीक करता है कुटकी


जिन लोगों को फेफड़े दिल व पेट की बीमारी या गुर्दों की बीमारी के कारण हिचकी की समस्या उठ जाती है या गले में किसी परेशानी के कारण उनको हिचकी तंग करती है या ज्यादा मिर्च मसाला खाने से हिचकी तंग करता है  ! तो ऐसे लोग अगर मग पीपल और कुटकी और लॉन्ग तीनों को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर पाउडर बना लें और चौथाई चम्मच सुबह-शाम गर्म पानी के साथ खाना खाने के 1 घंटे बाद प्रयोग करते हैं ! तो किसी भी कारण से अगर उनको हिचकी की शिकायत तंग कर रही है वह हमेशा के लिए ठीक हो जाती है !

उल्टी को ठीक करता है कुटकी


जो लोग जी मिचलाना उल्टी से हमेशा परेशान रहते हैं ! ऐसे लोग अगर मुलेठी और कुटकी को बराबर मात्रा में लेकर पीस के पाउडर बनाकर आधा चम्मच सुबह-शाम गर्म पानी के साथ भोजन के आधे घंटे बाद प्रयोग करते हैं  ! तो उनको जी मिचलाना उल्टी की शिकायत ठीक हो जाती है !

मोटापा घटाता है कुटकी

जो लोग अपना मोटापा घटाना चाहते हैं  !उनका शरीर में जरूरत से ज्यादा मात्रा में वसा जमा हुआ है ! ऐसे लोग कुटकी वावडिंग हरड़ का छिलका तीनों को बराबर मात्रा में मिलाकर पीसकर पाउडर बना लें एक चम्मच पाउडर सुबह एक चम्मच पाउडर शाम को भोजन से आधा घंटा पहले गर्म पानी के साथ प्रयोग करते हैं  ! तो शरीर की वसा भूल जाती है और मोटापा भी दूर हो जाता है !

शुगर व मधुमेह को ठीक करती है कुटकी


मधुमेह से परेशान व्यक्ति का शरीर धीरे-धीरे कमजोर होता चला जाता है और तरह तरह के रोग उसको तंग करते हैं  ! ऐसे में गिलोय आ कुटकी और गुरमार बूटी तीनों को बराबर मात्रा में लेकर पीस के पाउडर बनाकर आधा चम्मच सुबह आधा चम्मच शाम को खाना खाने से एक घंटा पहले इस्तेमाल करने से अग्नाशय ताकतवर बनता है और शरीर के मुताबिक इंसुलिन तैयार करता है जिससे मधुमेह की शिकायत हमेशा ठीक हो जाती  है !

 कान दर्द को दूर करता है कुटकी


कान दर्द से परेशान लोग कुटकी ,काली जीरी ,चासकू को और  तीनों को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर आधा चम्मच सुबह-शाम गर्म पानी के साथ पीने से कान दर्द आराम मिलता है ! वह इसके पाउडर का काढ़ा बनाकर उसका डैमेज हुई या सूती कपड़ा भिगोकर कान के नीचे और आसपास की मांसपेशियों की सिकाई करने से कान दर्द दूर हो जाता है !

 मुख में जखम मुख्य में छालों में लाभकारी होती है कुटकी

जो लोग मुंह के छालों से व मुंह में जख्म से परेशान है  ! अगर ऐसे लोग माजूफल हल्दी साबुत और कुटकी तीनों को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर पाउडर बना लें और पाउडर में से एक चम्मच पाउडर एक कप पानी में डालकर अच्छे से उबालें पानी उबल कर आधा रह जाने
पर नीचे उतारकर छान कर ठंडा होने पर उसमें शहद मिलाकर उससे कुल्ला करने से मुंह में जखम वह मुंह में छाले व मुंह के समस्त रोगों को दूर करता है !

बच्चों के रैकेट्स रोग में लाभकारी होती है कुटकी


जो बच्चे बहुत ज्यादा कमजोर है  ! पेट बढ़ रहा है  ! मगर हड्डियां और शरीर कमजोर होता जा रहा है और खाया पिया लगता नहीं है ऐसे बच्चे को अगर तबाशिर कुटकी पीसकर पाउडर बनाकर दो चुटकी पाउडर एक चम्मच शहद में मिलाकर सुबह-शाम देने से रैकेट्स रोग की शिकायत दूर हो जाती है और खाया पिया लगने लग जाता और हड्डियां मजबूत हो जाती है !

कुटकी के नुकसानः

जिन लोगों का शुगर लो रहता है ! ऐसे लोग कुटकी का प्रयोग मत करें
जरूरत से ज्यादा मात्रा में कुटकी का इस्तेमाल मत करें क्योंकि इससे उल्टी दस्त चक्कर आना व घबराहट की शिकायत हो सकती है !
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