Tuesday, May 5, 2020

एनीमिया खून की कमी ( पांडुरोग )


एनीमिया खून की कमी ( पांडुरोग )

एनीमिया खून की कमी ( पांडुरोग )


एनीमिया तब होता जो खून में जितना मात्रा में लाल रक्त कण रेड ब्लड सेल्स या सॉफ्ट हिमोग्लोबिन होना चाहिए ! इतनी मात्रा में नहीं होता या कम मात्रा में होता है तब इसे ने मियां कहते हैं !
लाल रक्त कोशिका हिमोग्लोबिन शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करती है अगर इनमें से एक या दोनों में कमी होने से शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है !जिससे शरीर में कमजोरी और थकान महसूस होता है !
एनीमिया कुछ लोगों को अनुवांशिक होता है! तो कुछ लोगों को बचपन से होता है तो कुछ लोगों को बढ़ती उम्र में हो जाता है ! गर्भावस्था के समय गर्भवती महिला फोलिक एसिड और आयरन विटामिन युक्त आहार नहीं लेने से एनीमिया की शिकायत हो जाती है !
कई महिलाओं को मासिक धर्म ज्यादा मात्रा में होने से एनीमिया की शिकायत हो जाती है ! खराब खानपान या ज्यादा समय तक रहने से एनिमा शिकायत हो जाती है !आयरन लोहा की कमी के कारण जो एनीमिया लोहे की शिकायत होती है लोहे युक्त आहार
लेकर आसानी से ठीक किया जा सकता है !

एनीमिया 400 से भी ज्यादा प्रकार का होता है !

लक्षण

ज्यादातर लोगों के चेहरे शरीर की त्वचा और नाखून सफेद रंग का दिखाई देता है !कई लोगों को थकावट कमजोरी सिर दर्द सांस फूलना बैठने में आंखों के सामने अंधेरा होना धड़कन बढ़ना अंदर कंगा घटना छाती में दर्द घबराहट होना चक्कर आना हाथ पैरों का ठंडा होना आदि लक्षण पाए जाते हैं!

कारण


यदि आप गर्भवती हैं आप फोलिक एसिड या आयरन की गोलियां विटामिन नहीं लेते हैं! तो आपको एनीमिया की शिकायत हो जाती है! कुछ लोगों को शराब का इस्तेमाल करने से निमिया के साथ हो जाती है !कुछ व्यक्ति को व्हीट एलर्जी की शिकायत के कारण भी निमिया के साथ हो जाती है!
आयुर्वेद मत अनुसार जो व्यक्ति के शरीर में वात दोष वृद्धि या पित्त दोष वृद्धि या कफ दोष विद्या सनी पाठक दोष विधि तीनों दोष वृद्धि के कारण त्वचा खून मांसपेशियां को दूषित करके एनीमिया को उत्पन्न करते हैं !
कई व्यक्ति को मिट्टी खाने के कारण भी एनीमिया की शिकायत हो जाती है!
कुछ व्यक्ति को रक्त स्राव के कारण एनीमिया की शिकायत हो जाती है !
जैसे खूनी बवासीर मंत्रियों का अल्सर नकसीर रखतबीज मूत्र मार्ग से खून आना चोट लगने के कारण शरीर में खून बहना महिलाओं को ज्यादा मात्रा में मासिक धर्म आना आदि कारणों से एनीमिया की शिकायत जाती है!
पेट में कीड़े के कारण भी एनीमिया की वृद्धि हो जाती है!
कुछ व्यक्ति को एनीमिया होली के शरीर में विटामिन की कमी के कारण हो जाती है !
हड्डी में मजा में मौजूद मजा में खारी उत्पन्न होने से रक्त में सभी कोशिका पूर्ण रूप से नहीं बन पाती है जिससे एनीमिया की शिकायत हो जाती है !
कुछ व्यक्ति के शरीर में हारमोंस की कमी के कारणएनीमिया शिकायत हो जाती है !
जैसे हाइपोथायराइड ,गठिया ,मद में गुर्दे की बीमारी कैंसर लीवर की बीमारी बुढापा आदि के कारण कुछ व्यक्तियों में लाल रक्त कणिकाएं बनती हैं !
परंतु समय से पहले नष्ट हो जाती है !उसमें लाल रक्त कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती है !
जिसे का निमिया की शिकायत हो जाती है !जैसे आगे आगे निकलने के कारण अनुवांशिक संक्रमण के कारण लीवर की तिल्ली दिल गुर्दे आदि में खराबी उत्पन्न रोग प्रतिरोधक प्रणाली में गड़बड़ी उत्पन्न होने के कारण खानपान में विषाणु युक्त पदार्थ शरीर में जाने से या सांप आदि के काटने से शरीर में मौजूद फैलने से दवाई के साइड इफेक्ट से एनीमिया की बीमारी हो जाती है
अगर आप का पाचन तो कमजोर है या अंतर यो की बीमारी लंबे समय सेहत के कारण भी एनीमिया की शिकायत हो जाती है

इलाज

घरेलू उपचार


सोंठ 50 ग्राम पीतल 50 ग्राम सूखे आंवले 50 ग्राम इन तीनों का औषधि को एक जगह मिलाकर पीस लें खाने के बाद गर्म पानी के साथ आधा चम्मच प्रयोग करें

आयुर्वेद उपचार

पुनर वायर 50 ग्राम साथी गिलो या सुखा 50 ग्राम आमला 50 ग्राम रस में 15 ग्राम 3 औषधि को अलग-अलग पाउडर बनाकर तीनों को मिलाकर उसे 15 ग्राम लेकर लाओ सुर मिला ले उसमें एक चौथाई चम्मच सुबह-शाम भोजन के बाद गर्म पानी के साथ प्रयोग करें

रेडीमेड उपचार

लोहासव 3 चम्मच 1 कप पानी में मिलाकर भोजन के बाद प्रयोग करें या
नवाचक लोहे की एक से दो गोली सुबह शाम भोजन के बाद गर्म पानी के साथ प्रयोग करें
इलाज पेट में जो गिरे हैं उसका इलाज है हर रात सिल्कर 50 ग्राम वायरिंग 50 ग्राम सूखा आंवला 50 ग्राम लौह भस्म 15 ग्राम 3 औषधि को लेकर बनाकर एक साथ मिलाकर रखें उसे एक एक क्वार्टर चार चम्मच पाउडर एक सादा पानी मिलाकर सुबह-शाम भोजन के बाद प्रयोग करें
सावधानी जिन व्यक्ति को थैलेसीमिया के कारण निमिया के बीमारी है वह इनका उपचार ना करें और बाकी सभी प्रकार के एनीमिया से ग्रस्त रोगी इस प्रकार की इलाज ले सकते हैं इनमें से केवल सिर्फ एक ही उपचार करें
परहेज चाय कॉफी खट्टी चीजें धूम्रपान शराब रिंग धूप में चलना टेंशन लेना गुस्सा कारण बाजारू खाना तला सफेद छोले राजमा यह सब खाना इसमें
मना है
फायदेमंद आईरन फोलिक एसिड विटामिन सी युक्त आहार का प्रयोग करें
सुखा मेवा खजूर पपीता मूंगफली का प्रयोग करें फल में सेव अंगूर केला अनार गन्ने का रस मीठा शहद देसी खांड मांस में लाल मीट बकरे की मीट मछली सब्जी में पालक मेथी टमाटर लहसुन पेठा परवल सलाद चुकंदर टमाटर आमला गाजर दाल सोयाबीन की दाल मूंग की दाल मसूर की दाल मूंग की दाल
अस्वीकरण
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