Tuesday, May 5, 2020

ESR क्या होता है!


ESR क्या होता है!

ESR क्या होता है!


ESR टेस्ट को वेस्टरग्रेन टेस्ट भी कहते हैं!
E मतलब एरिथ्रोसाइट खून में मौजूद हीमोग्लोबिन और रेड ब्लड सेल्स प्लस कोशिका के मिलने से खून बनता है जिसे एरिथ्रोसाइट कहते हैं!
S
सेडिमेंटेशन यह कोशिकाएं आपस में चिपके गुच्छे के रूप में बन जाती है!
R
रेट 1 घंटे में यह कितनी कोशिकाएं कांच की नली में नीचे ताली पर बैठ जाती है|
शरीर के अंदर सूजन, जलन या संक्रमण होने के कारण खून में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है|
जिससे खून में मौजूद कोशिकाएं स्थिर धीमी गति से काम करती है और खून में ईएसआर बढ़ जाता है|
ESR को बीमारी नहीं कहते बल्कि एक टेस्ट होता है! जिसकी मदद से पता चलता है| कि किसी बीमारी का आपके शरीर के अंदर प्रभाव कितना है |जैसे सूजन,जलन, इन्फेक्शन यह पता चलता है |
यदि खून का सैंपल को किसी ट्यूब या कांच की नली में डालते हैं| तो सामान्य खून का सैंपल खून में मौजूद कोशिकाएं 1 घंटे में धीरे-धीरे नीचे बैठती है |मगर उसी के विपरीत अगर आप यह खून में ईएसआर बढ़ा हुआ है |तो आपके खून में मौजूद प्रोटीन वह रेड ब्लड सेल्स हिमोग्लोबिन एवं अन्य कोशिकाएं जल्द बैठती है|
ESR
जितना ज्यादा होगा उतनी ही बड़ी गुच्छे आपस में चिपके हुए कोशिकाएं का गुच्छा का आकार बड़ा होगा|

सामान्य व्यक्ति में ईएसआर कितना होना चाहिए!


नवजात जन्मे बच्चे का यह सार 2ml प्रति घंटा होता है |
जैसे जैसे वह बच्चा बड़ा होता जाता है| वैसे वैसे ईएसआर रेट बढ़ता जाता है |15 साल से 50 साल के व्यक्ति के बीच पुरुषों का ईएसआर 15ml प्रति घंटा से कम होना चाहिए|
इसी तरह 15 साल से 50 साल की महिलाओं का ESR 20 मीटर प्रति घंटा से कम होना चाहिए 7 साल या उससे बड़े पुरुष का यह साल 20ml प्रति घंटा से कम होना चाहिए इसी तरह 7 साल से ज्यादा उम्र की महिला का 30ml प्रति घंटा से कम होना चाहिए|

ईएसआर किन किन कारणों से बढ़ता है|


जब शरीर में खून की कमी हो जाती है |तो यह साल बढ़ता है रूमेटाइड अर्थराइटिस या र्यू मेनिक फीवर से एसआर बढ़ता है| शरीर में बैक्टीरिया वायरस या फंगस संक्रमण के कारण भी यह सार बढ़ता है|
बुढ़ापे की अवस्था के कारण भी यह सार बढ़ता है| गर्भावस्था के दौरान महिला का असर बढ़ता है| फेफड़ों में संक्रमण के कारण यह सार बढ़ता है|दिल् गुर्दे की बीमारी में भी ऐसा बढ़ता है|
हड्डियों में खून में संक्रमण त्वचा में भी संक्रमण के कारण यह सारे बढ़ता है |थायराइड की बीमारी में भी आता है| टीवी के संक्रमण के कारण भी ऐसा बढ़ता है| कोलेस्ट्रोल के बढ़ जाने के कारण भी यह साल भर जाता है|
माताजी ,पिताजी कब्ज की बीमारी के कारण भी यह सार बढ़ता है |रोग प्रतिरोधी प्रणाली की खराबी के कारण यह साल की बीमारी उत्पन्न होती है और इसके कारण ईएसआर बढ़ जाता है|

ESR बढ़ता है तो रोगी के क्या लक्षण पाए जाते हैं


किसी रोगी को बुखार खांसी जुकाम सिर शरीर में दर्द रहता है| किसी किसी लोगों के जोड़ों में हड्डियों में दर्द रहता है |मांसपेशियों में दर्द का करण रहता है| किसी रोगी के शरीर में सूजन रहती है| किसी रोगी के शरीर में खून की कमी के कारण आंख शरीर सफेद पीले रंग का नजर आता है |किसी रोगी के भूख कम लगती है, और शरीर का वजन घटता जाता है| किसी रोगी की त्वचा खाली सूजन हमेशा बनी रहती है |किसी रोगी के सिर गर्दन कंधा और पैरों में दर्द होता रहता है| किसी रोगी के शरीर में कैंसर की गांठ होने के कारण शरीर में उन गांवों में दर्द सूजन तेजी से बढ़ता है पाया जाता है| किसी रोगी को शरीर में हमेशा बुखार रहना और शरीर का वजन तेजी से घटना जाना टीवी के लक्षण कैसे जाते हैं यह भी पाया जाता है|

इलाज


पैदल चलना सुबह शाम आधा घंटा योगा व्यायाम जरूर करना चाहिए|

घरेलू उपचार


हल्दी आधा चम्मच, मेथी बीज आधा चम्मच, सूखी धनिया आधा चम्मच, को कूट के एक कप पानी में पकावे उबालने के बाद आधा कब जब बस जाए उसे नीचे उतार कर छान लें स्वाद अनुसार मीठा या सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम भोजन के बाद प्रयोग करें|

आयुर्वेदिक उपचार


पुनर्वास 50 ग्राम, मीजस्ट 50 ग्राम, नीम के पत्ते 50 ग्राम, इन तीनों को मिलाकर अलग-अलग पीसकर पाउडर बनाकर छानकर एक जगह रख लें इस का बना हुआ पाउडर एक चम्मच सुबह-शाम भोजन के बाद प्रयोग करें| अगर कोई व्यक्ति पाउडर नहीं खा सकता इन औषधि का बना हुआ पाउडर एक चम्मच 1 कप पानी में उबालकर आधा कब जब बन जाए छान लें| और स्वाद अनुसार मीठा या सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम भोजन के बाद प्रयोग करें|

रेडीमेड औषधि


मनजीत, आदिबतिया, पुनर्नवादीगुग्गुलु या
निंबा दी वटी इन तीनों में से कोई एक औषधि लेकर एक से दो गोली सुबह शाम भोजन के बाद गर्म पानी के साथ प्रयोग करें|

नोट


आपको हमने तीन उपचार बताएं हैं आपको केवल एक ही उपचार करना है|
घरेलू उपचार या आयुर्वेदिक औषधि या रेडीमेड औषधि
परहेज तेज लाल मिर्च, तेज मसाला ,बाजार खाना तेज नमक ,धीमी ठंडा शराब ,धूम्रपान, चाय ,कॉफी कोल्ड ड्रिंक ,फ्रिज का खाना, नमकीन या अचार के साथ दूध का इस्तेमाल करना खट्टे फलों के साथ दूध का प्रयोग करना वर्जित है|
फायदेमंद पानी ज्यादा पिए पूरे दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पिए हरी साग सब्जी सूप का इस्तेमाल करें जरूर करें मौसम के अनुसार मीठे फलों में का इस्तेमाल करें दूध में हल्दी डालकर पीने यह फायदेमंद होगा

अस्वीकरण


केवल चिकित्सक के अनुसार के प्रयोग और सलाह से ही इनका प्रयोग करें

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